कोटद्वार: ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा पर करोड़ों रुपए खर्च करने का दावा करने वाली सरकार के दावों की की पोल खोल रही है कांडी राजकीय जूनियर हाईस्कूल, जो पिछले कई सालों से जर्जर हालत में हैं। विद्यालय की छतों से प्लास्टर झड़ रहा है। टपकती छत और रिसती दीवारों से कमरों में जलभराव हो रहा है। लेकिन इस स्कूल की सुध लेने वाला कोई नहीं है। स्कूल का जर्जर भवन यहां पढ़ने वाले 61 बच्चों के लिए खतरा बना हुआ है। ज्यादा बारिश के दिन स्कूल में छुट्टी करनी पड़ती है। प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि विद्यालय भवन की हालत के बारे में उच्च अधिकारियों को पत्र के जरिए कई बार अवगत कराया गया। लेकिन अभी तक इस स्कूल की हालत जस की तस बनीं हुई है।