चमोली- बीते रोज सीएम रावत और दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ भगवान बद्रीश के दर पर थे। जहां केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने चार धाम रेल यात्रा मार्ग के फाइनल सर्वे का शिलान्यास किया और भगवान बदरीश के दर पर माथ टेका। इस मौके पर सूबे के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी प्रभु से अपनी फरियाद की।
केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पहाड़ों में रेल लाइन बिछाना मुश्किल जरूर है लेकिन असंभव नहीं। केंद्रीय मंत्री का संबोधन समाप्त होने के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु से सीएम त्रिवेंद्र रावत ने अपना लिखित फरियादी पत्र उन्हें सौंप दिया। इस पत्र में सीएम रावत ने प्रभु से गुहार लगाई कि
टनकपुर से पिथौरागढ़-बागेश्वर और रामनगर-चैखुटिया रेल मार्ग भी उत्तराखंड के लिए जरूरी हैं। वहीं मुख्यमंत्री रावत ने रेल मंत्री से वर्तमान में बंद पड़े दिल्ली-कोटद्वार ट्रेन सेवा को भी जल्द शुरू करने का अनुरोध भी किया गया है।बताया जा रहा है कि सीएम की गुजारिश पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने उन्हें आश्वासन दिया है। प्रभु ने कहा कि वे फिर से देहरादून आएंगे और सूबे के लिए सौगात लांएगे।
बहरहाल देखना ये दिलचस्प होगा कि, डबल इंजन वाली सरकार के दौर में पहाड़ रेल की बिछती पटरियों का देख पाएगा या फिर दूसरी सरकारों के दौर की तरह ही सर्वे का पैसा खत्म और रेल की बात भी खत्म हो जाएगी। पहाड सिर्फ शिलान्यासों के शिलापटों को निहारता रह जाएगा।