देहरादून- विकास को उत्साह की जरूरत होती है निराशा और नकारात्मकता विकास को अवरूद्ध करती है। हमारा राज्य भी अनेक चुनोतियों का सामना करने के बावजूद आगे बढ रहा है, आज हम विकास की दौड़ में देश के चुनिदां राज्यों में शामिल है लिहाजा हमें अपनी परम्पराओं को कायम रखते हुए विकास के पथ पर आगे बढने की आदत डालनी होगी। ये मानना है राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत का। उन्होने कहा कि प्रदेश के विकास में सभी विभागों का बड़ा योगदान एवं सहयोग है, इसी का परिणाम है पिछले वर्ष की तुलना में हम 30 प्रतिशत ज्यादा खर्च करने में सफल में हुए। उन्होने सभी विभागों से उम्मीद जताई कि राज्य की सेवा मे लगे विभाग गुणवत्ता के साथ विकास योजनाओं को आगे बढायेंगे। ये बात मुख्यमंत्री ने उस वक्त कही जब वे देहरादून के पवैलियन मैदान में विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकर्पण कर रहे थे। इस मौके पर उन्होने कहा कि क्षेत्रीय असुंतलन को दूर करने के लिए अब मानकों में बदलाव किया जा रहा है। पहले योजना आयोग के स्तर पर राज्यों के विकास की योजनाओं पर बहस होती थी, लेकिन अब राज्यों को अपने पैरों पर खड़े होने की बात कही जा रही है। लिहाजा अब हमें अपने संसाधनों के संवर्धन पर ध्यान देना होगा ताकि आने वाले वक्त में हमारे संसाधन मजबूत हो सकें। इसके लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि आज भी हम अपनी चालीस प्रतिशत आबादी के जीवन स्तर में सुधार लाने तथा भूखमरी, स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास, बेबसी के पलायन को रोकने के प्रयासों में जुटे हैं, इसके लिए सामाजिक दायरे की पेंशनो को बढाया गया है, खेती का कार्य करने वाली महिलाओं को मनरेगा से जोड़कर उनकी अार्थिकी में सुधार लाने का प्रयास किया है। सीएम ने कहा हमारा संकल्प है कि सभी के हाथों में पूंजी हो तथा विकास का लाभ समाज के सभी वर्गों तक पंहुचे।