रुद्रप्रयाग- चारधाम यात्रा सीजन में उन साधु संतों को अब दिक्कत नहीं होगी जो भगवान भोलेनाथ आंगन में साधना करना चाहते हैं। दरअसल अब केदारधाम में साधु संतों की तपस्या के लिए गुफाएं बनाई जांएगी। ताकि संतों की साधना अनवरत जारी रहे। इस बात की जानकारी रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश धिल्डयाल ने दी।
उन्होने बताया कि केदारनाथ की आसपास की पहाड़ियों में साधु-संतों की साधना के लिए सात गुफाएं बनाई जानी हैं। जिलाधिकारी की माने तो केदारधाम में ऐसा करने का सुझाव पीएम मोदी ने अपने अक्टूबर दौरे में दिया था। लिहाजा पीएम मोदी की इच्छा को देखते हुए इसके लिए सर्वेक्षण के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कोशिश की जा रही है कि संतों के लिए साधना वाली गुफाएं अगले यात्रा सीजन से पहले तैयार हो जाएं।
जिलाधिकारी ने बताया कि इन गुफाओं में ठंड से तो निजात मिलेगी ही, एकांत होने से साधना में भी कोई खलल नहीं पड़ेगा। गुफाओं की गहराई कितनी होगी और किन स्थानों पर इनका निर्माण होगा, इस बारे में सर्वे के बाद निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रयास रहेगा कि गुफा इतनी बड़ी अवश्य हों जिनमें एक दर्जन से ज्यादा साधु तपस्या कर सकें।
वहीं उन्होनें जानकारी दी कि केदारनाथ मंदिर के ठीक पीछे वाले क्षेत्र में ब्रह्मवाटिका को विकसित किया जाएगा। इसके लिए सर्वे का कार्य शुरू कर दिया गया है। ब्रह्मवाटिका में राज्यफूल ब्रह्मकमल को जगह दी जाएगी। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि ब्रह्मवाटिका को तीर्थयात्रियों के सुकून के लिए तैयार किया जाएगा। ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु सजी-संवरी ब्रह्मवाटिका में ब्रह्मकमलों को निहारते हुए अपना अधिक से अधिक समय बिता सकें।
वहीं ब्रह्मवाटिका में कई स्थानों पर बाबा केदार की महिमा की जानकारी भी दी जाएगी। विकसित होने वाली ब्रह्मवाटिका के तकरीबन दो हेक्टेयर क्षेत्र में श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बेंच लगाई जाएंगी