डेस्क। पथरी आजकल आम समस्या हो गई है। जिसका इलाज भी हमारे घर आंगन में ही है।बावजूद इसके हमारी मानसिकता हो गई है डॉक्टर के पास भागने की। हमारे आस-पास एक पौधा बहुतायत पाया जाता है जिसे सामान्य बोल-चाल में पत्थर चट्टा कहा जाता है। हालांकि आयुर्वेद में इसे पाषाण भेद कहते हैं। जिसका अर्थ है पत्थर को तोड़ने वाला। इसके पत्तों को सुबह व शाम को खाली पेट 20 से 25 दिन सेवन करने से पत्थरी टूट जाती है। अगर आपको पथरी की शिकायत है और आप इस पौधे को पहचान न पांए तो आप होम्योपैथी उपचार करें। होम्योपैथी में एक दवा है जिसका नाम है Berberis Vulgaris और Mother Tincher। यह दवा केवल होम्योपैथी की दुकान पर ही मिलती है। यह दवा भी पत्थरचट्टा के पौधे से ही बनी है। इस दवा की 10 से 15 बूंदों को एक कप पानी के साथ मिलाकर सुबह, दिन, शाम, और रात को एक से डेढ़ महीनें तक लगातार लें। इससे जितने भी स्टोन हैं सब पिघल कर निकाल जाएंगे।