उत्तरकाशी : आखिरकार प्रशासन ने बस अड्डे के पास सरकार की भूमि में अवैध रूप से चलाई जा सब्जी मंडी की 50 से अधिक दुकानों को ध्वस्त कर हटा दिया है। उत्तरकाशी में अतिक्रमण हटाने की अभी तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।
कुछ ने की दुकानें खाली तो कुछ ने किया विरोध
दरअसल जहां अतिक्रमण से जाम की स्थिति बन जाती है उसको देखते हुए कार्यक्रम निर्धारित किया गया और नगर पालिका और जिला प्रशासन का अमला सोमवार सुबह ठीक 11 बजे बस अड्डे पहुंचा। जहां सबसे पहले जियोग्रिडवॉल के पीछे सब्जी मंडी की दुकानों के लिए भूमि चिह्नित की गई। इसके बाद सब्जी मंडी को हटाने की कार्रवाई शुरू हुई।
कुछ व्यापारियों ने अपने दुकानें पहले ही खाली कर दी थी, लेकिन कुछ व्यापारियों ने कार्रवाई का विरोध किया तथा दुकानों को हटाने के लिए कुछ समय देने की बात कही। ये सब्जी व्यापारी पहले शहर के कुछ नेताओं के दर पर भी गए, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई के सामने किसी की नहीं चली।
प्रशासन ने हटाया करीब 15 से 20 साल पुराना अतिक्रमण
बताते चलें कि नौ जून को विश्वनाथ चौक से प्रशासन ने करीब 15 से 20 साल पुराना अतिक्रमण हटाया। उस दौरान विरोध के कारण प्रशासन सब्जी मंडी का अतिक्रमण नहीं हटा पाया। विश्वनाथ चौक से हटाए व्यापारियों ने भी शहर से कच्चा-पक्का अतिक्रमण हटाने की मांग की। जिलाधिकारी ने सब्जी मंडी की भूमि की जांच कराई।
इसमें यह रिपोर्ट सामने आई कि वर्ष 2016-2017 में पालिका ने 50-50 हजार रुपये लेकर बस अड्डे के पास जिस स्थान पर सब्जी की दुकानें आवंटित की हैं, वह भूमि उत्तराखंड सरकार (यूपी लैंड) की है। 18 जून को प्रशासन सब्जी मंडी के व्यापारियों को अतिक्रमण खुद हटाने के लिए कहा।
टीम गठित कर हटाया गया अतिक्रमण
जब अतिक्रमण नहीं हटा तो सोमवार को एडीएम पीएल शाह, एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी, कलक्ट्रेट ओसी अनुराग आर्य, सीओ मनोज ठाकुर, धरासू थाना निरीक्षक रविन्द्र यादव, कोतवाली प्रभारी महादेव उनियाल नेतृत्व में पालिका प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण को ध्वस्त कर डाला। जियोग्रिडवॉल के पीछे दिया स्थान