आखिरकार दून अस्पताल का प्रबंधन देख रहे डाक्टरों को मरीजों की सुध आ ही गई। लोगों की मौत के बाद जागे प्रशासन ने जांच समिति का गठन किया है। जांच समिति अपनी रिपोर्ट देगी उसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि गुरुवार को दून अस्पताल में एक महिला ने बरामदे में फर्श पर ही बच्चे को जन्म दिया। डाक्टरों ने सारी संवेदनाएं ताख पर रख कर जच्चा बच्चा को हाथ तक नहीं लगाया और न ही उसे बेड उपलब्ध कराया गया। हालात ये हुए कि दोनों की मौत हो गई।
हंगामे और हर तरफ आलोचना के बाद आखिरकार अस्पताल प्रशासन ने शुक्रवार को बैठक की। इस बैठक में आला अफसर भी शामिल हुए। इस बैठक में अस्पताल में जच्चा बच्चा की मौत को गंभीर मामला मानते हुए जांच का फैसला लिया गया। इसके लिए तीन लोगों की एक कमेटी का गठन किया है। ये कमेटी सभी पक्षों से बात कर 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई की जाएगी।