देहरादून- स्कूलों मे गर्मियों की छुट्टियों को देखकर बहुत से लोग अक्सर सोचते हैं काश हम भी सरकारी मास्टर होते। छुट्टी का मतलब छुट्टी, पूरा आराम। लेकिन इस बार सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को इस छुट्टी में सरकार ने कोई राहत नहीं दी। प्रधानाचार्यों को पूरे एक महीने पढ़ाया गया। राज्य में ऐसा पहली बार हुआ है।
शिक्षा निदेशालय मे मौजूद राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान(SIEMAT) में सभी प्रधानाचार्यों को पूरे एक महीने तक ऐसे गुर सिखाए गए जिससे पटरी से उतरी राज्य की सरकारी शिक्षा व्यवस्था पटरी पर लौट सके,और आने वाले वक्त मे सरकारी स्कूलों की तलीम पर जनता का भंरोसा कायम हो सके। प्रशिक्षण के दौरान प्रधानाचार्यों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा के सबक सिखाए गए।
हालांकि देखना ये है कि प्रधानाचार्यों को दिए गए ये सबक आने वाले वक्त में कितने कारगर साबित होते हैं और सरकारी शिक्षा व्यवस्था अवाम का कितना दिल जीत पाती है। असल बात तो ये है कि जब सरकारी स्कूलों में छात्र होंगे तभी तो प्रिसंपल साहब के सीखे सबक किसी के काम आएंगे।