देहरादून- परिवहन विभाग में 15 दागी सहायक निरीक्षक और यातायात निरीक्षकों पर आखिरकार गाज गिर ही गई। रोडवेज प्रबंध निदेशक ने संबंधित कर्मियों को हटाने के आदेश गिए हैं। पदोन्नति होने के बाद भी ये कर्मचारी सहायक यातायात निरीक्षक के पद पर ही बने थे। पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए रोडवेज प्रबंध निदेशक बीके संत ने सेवाकाल के रिकॉर्ड देखे तो इन पर भ्रष्टाचार के कई मामलों में दंडात्मक कार्रवाई की गई थी।
भ्रष्टाचार के मामलों में कई बार हो चुकी है कार्रवाई
बता दें इन 15 कर्मचारियों पर सेवाकाल के दौरान कई भ्रष्टाचार के मामलों में निलंबन से लेकर दंड तक वसूलने की कार्रवाई हो चुकी है। ऐसे में साफ तौर पर जाहिर होता है कि आखिर उसी पद पर रहने की इनकी क्या मंशा थी। लिहाजा प्रबंध निदेशक द्वारा सेवा रिकॉर्ड की जांच करके 15 सहायक यातायात निरीक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं कुछ यातायात निरीक्षक तो ऐसे भी हैं जो 8 से 10 बार तक दंड और निलंबन पा चुके हैं।
बुकिंग लिपिक पद पर किए गए तैनात
वहीं प्रबंध निदेशक बीके संत ने इस बार सहायक यातायात निरीक्षक श्याम सिंह, अनिरुद्ध सिंह, अबरार अहमद, राजेंद्र प्रसाद, जमील खान, संजीव कुमार, लक्ष्मण अधिकारी, के के यादव, एफडी खान, प्रमोद बिहारी, शेर राम आर्य, कृपा शंकर शुक्ला, ओम शंकर गुप्ता, अनिल पैट्रिक, सहित नरेंद्र पाल सिंह को हटाया है और इनको बुकिंग लिपिक पद पर तैनात करने के भी आदेश प्रबंध निदेशक द्वारा जारी कर दिए गए हैं।