टिहरी, (हर्षमणी उनियाल)- उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है। सूबे में गोभक्ति का दावा करने वाली सरकार है। बावजूद इसके घनसाली विधानसभा क्षेत्र के चमियाला बाजार मेें गाय कूड़ा करकट खाने को मजबूर हैं। गायें आवारा भटक रही हैं और लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रही हैं।
स्कूल के बच्चे हों या अध्यापक या फिर बाजार के दुकानदार या सड़क चलते राहगीर, सब सड़कों पर आवारा फिर रही गायों से परेशान हैं। टीचर कहते हैं कि आवारा गायें स्कूली बच्चों को मारने दोड़ती हैं। दुकानदार कहते हैं गाएं दुकान पर रखे समान को नुकसान पहुंचाती हैं। जबकि राहगीर कहते हैं आवारा फिरती गाएं सड़क हादसों का सबब बन रही हैं।
ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर जिस राज में गाय को सम्मान देने की बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हो उस राम राज्य में गाए कूड़ा करकट खाने को मजबूर क्यों हैं! आखिर वो गो सेवा आयोग कहां गया जिसे गो माता कि हिफाजत बनाया गया था ?