रुद्रपुर : उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में अवैध कच्ची शराब की दर्जनों भट्टियां धड़ल्ले से चल रही है। यह ज़हरीली शराब तमाम लोगों की ज़िन्दगी बर्बाद कर चुकी है। लेकिन यह धंधा बंद नहीं हो पा रहा है। हालांकि ज़िले के पुलिस कप्तान ने अवैध शराब और नशे के खिलाफ अभियान भी चला रखा है,लेकिन बेखौफ अवैध शराब निर्माता अपना धंधा जारी रखे हुए हैं।
एक अनुमान के अनुसार कई जिलों की सीमा से लगे ऊधमसिंह नगर जिले में पांच सौ से ज़्यादा अवैध शराब की भट्टिया नदी किनारे चल रही है। आबकारी विभाग और पुलिस विभाग ने भारी मात्रा में शराब बरामद कर दर्जनों ऐसे लोगो को जेल भी भेजा है जो इस धंधे में लगे हुए थे। अवैध शराब का धंधा करने वालो का कहना है कि आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत से वो इस धंधे को अंजाम दे रहे हैं।
यहां बसे लोग मेहमाननवाज़ी के लिये बनाते थे शराब
गौर तलब है कि अवैध शराब की शुरुआत तराई के मैदानी इलाकों में ब्रिटिश काल में हुई थी। तब यहां बसे लोग मेहमान नवाज़ी के लिये शराब बनाते थे, बाद में बड़े फार्मरों के शराब बनाने वाले नौकर चाकर भी मुनाफ़ा कमाने के लिये यह धंधा करने लगे। जिससे गरीब लोगों के बीच यह शराब सस्ती होने की वजह से उनकी ज़िन्दगी का हिस्सा बन गई। अब यह हाल है कि पुस्त दर पुस्त यह धंधा चल रहा है।