आपको यदि बर्फबारी के बीच खूबसूरत पर्यटक स्थलों का लुत्फ उठाना है तो चमोली चले आइए। इस जिले के पर्यटन स्थल इन दिनों पर्यटकों से गुलजार हैं। दरअसल, चमोली की चोटियों के अलावा कुछ पर्यटन स्थलों में इन दिनों बर्फबारी हुई है। जिससे यहां की फिजाएं देखने लायक हैं।
इन दिनों बर्फबारी से ढ़की चोटियां व बर्फ से आच्छादित पर्यटन स्थल पर्यटकों की पहली पसंद बने हैं। जनपद चमोली में नंदा देवी, नीलकंठ, हाथी घोड़ा पालकी, त्रिशूल, कामेट, घांघरिया आदि पर्वत श्रृंखलाएं इन दिनों हिमाच्छादित हैं।
पौड़ी गढ़वाल
यह उत्तराखंड की गोद में छोटा सा नगर है। पौड़ी गढ़वाल जिला मुख्यालय है। पौढ़ी गढ़वाल की मुख्य बोली गढ़वाली है। सड़कमार्ग से यह गांव 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
श्रीनगर गढ़वाल
श्रीनगर गढ़वाल शहर बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसा है। यह शहर चारों अोर ले घाटियों से घिरा हुअा है। इस शहर की प्रकृति का लुत्फ अलकनंदा नदी के किनारे से उठाया जा सकता है।
बेदनी बुग्याल
बेदनी बुग्याल रुपकुण्ड जाने के रास्ते पर पडता है। अाप वाण से घने जंगलों के बीच गुजरते हुए लगभग 10 किलोमीटर की चढा़ई के बाद आप बेदनी के सौंदर्य का आंनद ले सकते हैं। इस बुग्याल के बीचों-बीच फैली झील यहां के सौंदर्य में चार चांद लगी देती है।
खिर्सू
खिर्सू एक सुंदर स्थान है जो पौड़ी से 19 किमी. की दूरी पर स्थित है। खिर्सू से मध्य हिमालयीन पर्वत श्रेणियों का सांस रोकने वाला दृश्य देखा जा सकता है। समुद्र सतह से 1700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित शहर की हलचल से दूर खिर्सू एक सुरम्य स्थान है।
जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज, पौड़ी गढ़वाल
यह पौड़ी गढ़वाल का जी बी पंत इंजिनियरिंग कॉलेज है जहां पर विभिन्न विषयों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की जा सकती है। जिला कॉलेज पौड़ी गढ़वाल से यह मात्र 14-15 किमी. की दूरी पर स्थित है।
खांड्यूसैंण, पौड़ी गढ़वाल
खांड्यूसैण, पौड़ी गढ़वाल से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां से हिमालय की विभिन्न चोटियों को निहारा जा सकता है। यहां आप छोटी टैक्सी और बसों से भी पहुंच सकते हैं।
औली
औली उत्तराखण्ड का एक भाग है। यह 5-7 किमी. में फैला छोटा-सा स्की रिसोर्ट है। इस रिसोर्ट को 9,500-10,500 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है। यहां बर्फ से ढकी चोटियां बहुत ही सुन्दर दिखाई देती हैं। यहां पर देवदार के वृक्ष बहुतायत में पाए जाते हैं। इनकी महक यहां की ठंडी और ताजी हवाओं में महसूस की जा सकती है। यहां पर कपास जैसी मुलायम बर्फ पड़ती है और पर्यटक खासकर बच्चे इस बर्फ में खूब खेलते हैं।
टुनेटा मवाणगांव की घाटी
टुनेटा मवाणगांव की घाटी गांव में खेती ही जाती है। यहां के खात देखने में सीढ़ीनुमा हैं।
मोरी, उत्तरकाशी
मोरी प्राकृतिक स्थलों के अलावा उत्तराखंड एक जाना माना सांस्कृतिक स्थान है। यह जगह संस्कृति देवताओं के अलावा प्रकृति से भी जुड़ी हुई है।
केदारनाथ
केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। केदारनाथ धार्मिक स्थल के साथ साथ एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भी है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर के मध्य ही दर्शन के लिए खुलता है।
पर्यटक लार्ड कर्जन ट्रैक पर ट्रैकिंग का लुफ्त उठाने के साथ ही बर्फ के खेलों का आनंद भी ले रहे हैं। औली के निकट गोरसों में भी हल्की बर्फबारी हुई है। पर्यटक गोरसों में भी जाकर यहां की बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। जोशीमठ में संचालित हिमालयन ट्रैकिंग एजेंसी के प्रबंधक संजय कुंवर का कहना है कि लार्ड कर्जन ट्रैक पर इन दिनों पर्यटकों की अच्छी खासी चहलकदमी हो रही है। उनका कहना है कि इस ट्रैक के अलावा देहलीसेरा में भी बर्फ से पर्यटक खेल रहे हैं।