महाराष्ट्र की सियासी किताब बाला साहेब ठाकरे नाम के चैप्टर के बिना पूरी नहीं हो सकती और मुंबई की कोई भी कहानी बाल ठाकरे के ज़िक्र के बिना अधूरी है। बाल ठाकरे के सियासत करने के तौर-तरीक़ों को लेकर बहस हो सकती है, मगर एक शख़्सियत के तौर पर उनकी उपस्थिति को नज़रअंदाज़ करना नामुमकिन है। बाला साहेब के निडर, बेबाक़ और प्रभावशाली व्यक्तित्व को सिल्वर स्क्रीन पर उतारने की तैयारी की जा रही है और इसे अंजाम देने का बीड़ा उठाया है शिव सेना नेता और सांसद संजय राउत ने, जो बाला साहेब ठाकरे की बायोपिक फ़िल्म ‘ठाकरे’ का निर्माण कर रहे हैं।
नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी निभाएंगे बाला साहेब का किरदार
23 जनवरी 2019 को रिलीज़ के लिए निर्धारित फ़िल्म में नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी बाला साहेब का किरदार निभा रहे हैं। हिंदुत्व की राजनीति के पुरोधा रहे बाल ठाकरे के किरदार में नवाज़ुद्दीन का चयन चौंकाता है, मगर संजय राउत इसे घोर व्यवसायिक फ़ैसला मानते हैं, क्योंकि इस फ़िल्म को व्यवसायिक नज़रिए से बनाया जा रहा है, राजनैतिक नहीं। उनके मुताबिक़, नवाज़ जैसा बेहतरीन कलाकार ही बाला साहेब के किरदार के साथ न्याय कर सकता है। उधर, नवाज़ ये अवसर मिलने से गदगद हैं। ट्विटर पर उन्होंने अपनी ख़ुशी यूं ज़ाहिर की है-
नवाज़ का कहना हैं कि पर्दे पर उनका किरदार निभाने का मौक़ा मिलना उनके लिए आदर और गर्व की बात है। इसके साथ नवाज़ ने शिव सेना चीफ़ उद्धव ठाकरे, प्रोड्यूसर संजय राउत, अमिताभ बच्चन और डायरेक्टर अभिजीत पणसे का आभार जताया है। बता दें कि अमिताभ बच्चन हाल ही में फ़िल्म के फ़र्स्ट लुक (टीज़र) लांच इवेंट में ख़ास मेहमान बने थे।
इस फ़िल्म के आने में वक़्त है, मगर इससे पहले कई ऐसी कहानियां हिंदी सिनेमा के पर्दे पर आने वाली हैं, जिनके नायक वास्तविक जीवन से आये हैं।