उत्तरकाशी: समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर दयारा बुग्याल में कदम-कदम पर प्रकृति ने अपनी नेमतें बिखरी हैं, जिसका दीदार करने को यहां पर्यटक उमड़ने लगे हैं। पर्यटकों की चहल-कदमी बढ़ने का मुख्य कारण यह भी है कि मौसम साफ होने लगा है और बुग्याल फूलों से खिला है। पिछले एक सप्ताह के अंतराल में दयारा बुग्याल में 150 से अधिक पर्यटक प्रकृति की सैर कर चुके हैं।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से रैथल व बार्सू से 42 किलोमीटर की सड़क दूरी तथा भटवाड़ी ब्लाक के रैथल व बार्सू गांव से 8 किलोमीटर पैदल दूरी पर स्थित 28 वर्ग किलोमीटर में फैला दयारा बुग्याल पर्यटकों का खास आकर्षण का केंद्र रहा। दयारा बुग्याल की सुंदरता इन दिनों शबाब पर है। दयारा बुग्याल के पास गिडारा, बरनाला कैंप, कुंति का सेरा, बकरिया टॉप, गिडारा बुग्याल ट्रैक है।
बारिश का मौसम कम होते ही दयारा बुग्याल की सुरम्य वादियों का दीदार करने के लिए देश-विदेश के पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। ऋषिकेश निवासी निकिता उनियाल कहती हैं कि दयारा बुग्याल में प्रकृति का अद्भुत खजाना है। दयारा बुग्याल से बंदरपूंछ, डीकेडी, श्रीकंठ सहित कई चोटी का दीदार हो रहा है।
हिम क्लीम्ब ट्रैक के संचालक राजेश नेगी बताते हैं कि बारिश से बुग्याल हरे हो चुके हैं तथा रंग-बिरंगे फूल खिल उठे हैं। इसी कारण पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। पर्यटकों की यह चहल-कदमी नवंबर माह तक जारी रहेगी। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूडा बताते हैं कि दयारा बुग्याल इतना सुंदर है कि यहां के लोक गीतों में भी इसकी सुंदरता का वर्णन है। इसी लिए यह बुग्याल पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र है।