सिक्कों की खनक पर अब प्रशासन की हनक देखने की मिली है। सिक्कों के लेनदेन से इन्कार करना महंगा पड़ सकता है। ऐसा करने पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। खटीमा में प्रशासन इसको लेकर बेहद गंभीर है। व्यापारियों व बैंक प्रबंधकों की बैठक में एसडीएम ने इस संबंध में कड़ी चेतावनी दी है।
पिछले कुछ दिनों से एक तथा दस रुपये के सिक्कों के चलन को लेकर तरह-तरह की अफवाह फैल रही है। भ्रांति यह है कि अब एक व दो सिक्के चलन में नहीं हैं। हालांकि इस तरह की चर्चाओं में किसी प्रकार की सच्चाई नहीं है। बावजूद इसके तमाम व्यापारी, आम लोगों के साथ बैंक भी अब छोटे सिक्कों को लेने से मना कर रहे हैं। इसी संबंध में एसडीएम विजयनाथ शुक्ल ने शुक्रवार को कार्यालय में व्यापारियों व बैंक प्रबंधकों की बैठक ली। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि सिक्कों का लेन-देन न करना भारतीय मुद्रा का अपमान है।
किसी भी तरह के सिक्कों का चलन बंद नहीं हुआ है। बावजूद इसके लगातार इस तरह की शिकायतें मिल रही है। उन्होंने दो टूक कहा कि ऐसा करने पर संबंधित के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। उन्होंने इसको लेकर चल रही अफवाहों से भी सावधान रहने को कहा। इस मौके पर व्यापार मंडल महामंत्री सतीश गोयल, तरूण ठाकुर, नासिर खान, जगदीश गुप्ता, ब्रजेश तिवारी, मो.अजहर, आदिल खान, अनिल जोशी के अलावा विभिन्न बैंकों के प्रबंधक मौजूद थे।