बडकोट- मानव तस्करी के जाल में शायद देवभूमि उत्तराखंड भी जकड़ गया है। इस बात को सहजता से इसलिए भी खारिज नहीं किया जा सकता क्योंकिं उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील के पौंटी गांव से 20 फरवरी को दो लड़कियां गायब हो गई थी। पहले घरवालों ने लड़कियों को अपने स्तर से तलाशा लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी।
दलित तबके से मामला जुड़ा होने के चलते पुलिस पर भी भारी दबाव बना रहा। पुलिस ने जांच-पड़ताल के दौरान एक संदिग्ध महिला को हिरासत में लिया। नतीजतन पुलिस को कुछ सफलता मिली। महिला की निशादेही पर पुलिस हरियाणा रवाना हुई जहां पुलिस को जींद से गुमशुदा लड़कियों में से एक बरामद हो गई। लेकिन अभी दूसरी लड़की बरामद नहीं हुई है।
हालांकि पुलिस का दावा है कि पुलिस जल्द ही दूसरी लड़की को भी बरामद कर लेगी। ऐसे में देखना ये है कि पुलिस दूसरी लड़की को कब तक बरामद करती है।
बहरहाल बड़ा सवाल ये है कि जिस संदिग्ध महिला को पुलिस ने हिरासत मे लिया उसका इसमें क्या किरदार है और उसका नेटवर्क कितना बड़ा है , इसे खंगालना जरूरी है ताकि उत्तराखंड की गरीब बेटियां ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शातिरों से महफूज रहें।