कोटद्वार: काश! सीएम रोजाना कोटद्वार आते। कारण, शनिवार को शहर में गंदगी दिखी और न ही अतिक्रमण और अवैध पार्किंग। शहर की सड़कें चमक रही थी। शहर के लोग भी नगर की सूरत बदली देख चकित थे। लोगों के मुंह से एक ही शब्द निकल रहा था, अगर रोजाना ऐसी साफ-सफाई हो तो कोटद्वार भी स्मार्ट सिटी से कम न दिखे।
शनिवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के दौरे से कोटद्वार की सूरत और दिनों की तुलना में जुदा-जुदा नगर आई। लोग जब सुबह घर से बाहर निकले तो शहर की सड़कें चौड़ी व चकाचक नजर आई। अन्य दिनों में जहां सड़कों में यहां-वहां कूड़े के ढेर नजर आते थे, आज हालात पूरी तरह बदले हुए थे। न तो सड़क किनारे रेहड़ी/ठेलियां लगी थी और न ही वाहन आड़े-तिरछे खड़े थे। हर रोज जाम से जूझने वाला झंडा चौक मानो इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहा था कि कोई एक दिन तो आए जब वह खुद को जाम मुक्त देख सके।
झंडाचौक पर शनिवार को सीएम के दौरे पर जाम तो दूर की बात इक्का-दुक्का वाहन ही दौड़ते नजर आ रहे थे। सड़कों पर जगह-जगह चूना डाला गया था। कोटद्वार की ऐसी खूबसूरती देख लोग फूले नहीं समा रहे थे। लोगों के मुंह में बस एक ही बात थी कि काश! सीएम रोजाना दौरे पर आएं।
सीएम के जाते ही सड़कों पर पसरा अतिक्रमण
शनिवार को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के दौरे के चलते पुलिस-प्रशासन की ओर से सड़कों पर होने वाले अतिक्रमण व अवैध पार्किंग को पूरी तरह से हटा दिया गया था। करीब डेढ़ बजे सीएम का दौरा खत्म हुआ और वह कोटद्वार से देहरादून के लिए रवाना हुए तो सड़कों पर अतिक्रमण व अवैध पार्किंग ने पहले की तरह पांव पसार लिए। झंडा चौक पर जाम लगा सड़कों पर दुकानें सजनी शुरू हो गई।