देहरादून- आज हिमालय दिवस है। हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड के लिए हिमालय महज एक मिट्टी पत्थर का बर्फ की चादर ओढ़ा पहाड़ नहीं। हिमालय सिर्फ उत्तराखंड के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के साथ साथ कई दूसरे मुल्कों के लिए जीवन भी है।
लिहाजा हिमालय की सेहत दुरुस्त रहेगी तो तभी गंगा, युमुना, ब्रह्मपुत्र, कोसी और दूसरी तमाम प्राणदायनी नदियां जिंदा रहेंगी। हिमालय जिंदा रहेगा तो आबोहवा स्वस्थ रहेगी। मतलब हिमालय है तो जीवन है। ऐसे में हिमालय की चिंता करना लाजमी हो जाता है।
आज उत्तराखंड में हिमालय दिवस मनाया जा रहा है। कहीं बच्चों को हिमालय की उपयोगिता के बारे में समझाया जा रहा है तो कहीं पर्यावरण के प्रति लापरवाह हो चुकी नई पीढ़ी को हिमालय के माएने समझाए जा रहे हैं। मीडिया से लेकर सरकार, स्वयं सेवी संगठन और स्कूल कालेज हर जगह हिमालय बचाओ अभियान के तहत हिमालय बचाओ की धूम है।
आओ हम सब संकल्प लें कि अपनी छोटी-छोटी कोशिशों से हिमालय को खुश रखें। पर्यावरण को चोट पहुंचाने वाला कोई ऐसा काम न करें जिससे हिमालय को तनाव हो और उसकी सेहत पर असर पड़े। हिमालय जिंदा रहेगा तो जीवन रहेगा।
आप सभी को khabaruttarakhand.com की ओर से हिमालय दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।