हरिद्वार। एक तरफ सरकार जनता को खुद का हिमायती बताती है और दूसरी तरफ इंसाफ के लिए लोग धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है। हरिद्वार में कांग्रेसी नेता की करतूत के बाद एक पिता को पिछले तीन महीने से इंसाफ नहीं मिला है जिससे मजबूरन पिता को धरना प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा ताकि उसके बेटे को इंसाफ मिल सके।
धरने प्रदर्शन पर बेटे इस बाप का दर्द ही कुछ ऐसा है कि हर किसी की आंखें नम हो जाएं। उम्र के इस पड़ाव में इस पिता को अपने बेटे के लिए इंसाफ की जंग लड़नी पड़ रही है। ताकि उसके बेटे को न्याय मिल सके। दरअसल इस पिता की आप बीती है कि कांग्रेसी नेता के साथ उसके बेटे की कहासुनी हुई और इस कहासुनी में बेटे ने नेता के साथ गाली गलौच कर दी। नतीजन कांग्रेसी नेता का गुस्सा इस पिता के बेटे पर ऊपर ऐसा टूटा की वो आज जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। बुजुर्ग पिता की बेटे के लिए इस उम्र में इंसाफ की जंग के जज्बे को देख लोग भी इसके समर्थन में आगे आ गए है। लोगों का कहना है कि पिछले तीन महीने से बुजुर्ग पिता पुलिस के चक्कर काट रहा है लेकिन पुलिस है कि हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
वहीं मामले ने तूल पकड़ा तो मौके पर पहुंचे अधिकारी भी लोगों को एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई का आश्वासन देते नज़र आए। एक बुजुर्ग पिता की उम्र के इस पड़ाव में बेटे के लिए इंसाफ की जंग को लोगों का समर्थन मिल रहा है लेकिन हैरानी इस बात की है कि तीन महीने बाद भी खाकी हाथ पर हाथ धरे बैठी है। इससे न सिर्फ खाकी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है बल्कि ये भी तय है कि सत्ताधारी मामला होने के चलते भी पुलिस हाथ डालने से कतरा रही है।