देहरादून। उत्तर प्रदेश में हुए सियासी दंगल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। सियासी ड्रामा ऐसा हुआ कि अखिलेश को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना सपा की मजबूरी हो गई। दरअसल सपा में दो धड़े हो गए थे, एक गुट की अगुवाई शिवपाल और दूसरे गुट को खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव संभाल रहे थे। हुआ यूं की पिता ने बेटे को पार्टी से खारिज कर दिया और उत्तर प्रदेश मेें सपा के भीतर हाहाकर मचने लगा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ पार्टी के कई विधायक खड़े हुए जबकि शिवपाल यादव और मुलामय सिंह यादव के पाले में कुछ ही विधायक आ सके। पार्टी को बचाने के लिए शिवपाल गुट को अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को वापस लेना पड़ा। जब अखिलेश यादव की वापसी हुई तो ताजपोशी सीधे राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर हुईं। इस ताजपोशी पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अखिलेश यादव को बधाई दी है।