हरिद्वार- गर्मी की छुट्टियों और चारधाम यात्रा के इस सीजन में हरिद्वार पहुंच रहे यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात उत्तराखंड की मित्र पुलिस का बर्बरतापूर्ण और अमानवीय चेहरा देखने को मिला है। बिना किसी ठोस ट्रैफिक प्लानिंग के चलते हाइवे पर लगे जाम से खिजी हरिद्वार पुलिस का गुस्सा पंजाब से आये एक परिवार पर ऐसा उतरा की हरिद्वार पुलिस अपना कर्तव्य ही भूल बैठी और क्या पुरूष, क्या महिलाएं, और क्या बुजुर्ग…सभी पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसने लगी।
हरिद्वार पुलिस का गुस्सा सातवें आसमान पर
घटना बीते रविवार की है…हाइवे पर लगे जाम से बचने के लिए पंजाब से आये यात्रियों के एक परिवार ने अपनी गाड़ी सर्विस रोड पर चढ़ा दी…बस इससे ही हरिद्वार पुलिस का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया..फिर पुलिस ने जो किया…वो आप देख सकते हैं…यह हाल तब है जब सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत से लेकर आलाधिकारी तक तीर्थयात्रियों के सहयोग की बात करते है.
तीर्थयात्रियों ने अपनी गाड़ी नो इंट्री जोन में खड़ी कर दी थी
दरअसल जाम के चलते तीर्थयात्रियों ने अपनी गाड़ी नो इंट्री जोन में खड़ी कर दी थी जिसके बाद पुलिस से यात्रियों का विवाद हो गया. इस बीच तीर्ययात्री ने पुलिस से बदसलूकी की और उसकी वर्दी पर हाथ उठाते हुए वर्दी फाड़ डाली. बस फिर क्या था विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस ने कार में बैठे यात्रियों पर लाठियां भांज दी.
सरकारी काम में बाधा डालने व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज
इसके बाद भी पुलिस ने इन्हें नहीं छोड़ा और इनपर सरकारी काम में बाधा डालने व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कर इनकी गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया है। साथ ही पुलिस ने इन तीर्थ यात्रियों से थाने में किसी को मिलने भी नहीं दिया अब पुलिस द्वारा यात्रियों के साथ की गयी मार पिटाई का वीडियो वायरल होने पर मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी गयी है।
अगर वर्दी पर उठाया हाथ तो सीधे तरीके से हो सकती थी कार्रवाही
जो भी हो चाहे गलती तीर्थयात्रियों की थी लेकिन इसके लिए अमानवीय रुप पुलिस की छवि खराब तो खराब कर ही रहा है साथ ही राज्य में आने वाले तीर्थयात्रियों के मन में उत्तराखंड की छवि भी बिगड़ रही है. अगर तीर्थयात्रियों ने वर्दी पर हाथ उठाया तो उन पर सीधे तरीके से कार्यवाही हो सकती थी लेकिन इस तरीके से तीर्थयात्रियों की लाठियों से पिटाई करना पुलिस के आचरण को शोभा नहीं देता.