देहरादून – सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के दबाव के चलते सरकारी खजाने पर भारी बोझ पड़ा हुआ है। दबाव से उबरने के लिए तकरीबन सभी विभागों में नई नियुक्ति को फ्रीज कर चुकी सरकार को कई मोर्चों पर सामजिक संगठनों ने मदद लेने को मजबूर होना पड़ रहा है।
हंस फाउंडेशन जैसा सामाजिक संगठन सरकार की मजबूरी और जनता की जरूरत को बखूबी से समझ रहा है। ऐसे में एक बार फिर हंस फाउंडेशन ने सरकार की मदद की है। हंस फाउंडेशन ने राजकीय इंटर कॉलेज गोपेश्वर और गौरी दत्त दानी सरस्वती विद्या मंदिर कॉलेज रामनगर के छात्रों के लिए दो स्कूली बसों का दान किया है।
हंस फाउडेशन से दान में मिली दोनो बसों को आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने हरी झंडी दिखाकर गोपेश्वर और रामनगर रवाना किया। वहीं सीएम ने हंस फाउंडेशन के कार्यों की सराहना की है।