देहरादून- शहीद विकास गुरुंग जो कि कुछ ही दिन पहले देश के लिए महज 21 साल की उम्र में शहीद हो गए. उनकी अंतिम विदाई पर जन सैलाब उमड़ा वहीं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उनकी शहादत के लिए गुमानीवाला के गुलरानी फार्म का नाम शहीद विकास गुरुंग के नाम पर रखने का प्रस्ताव शासन को भेजा.
गुमानीवाला में द्वार बनाने और उनकी प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा
जी हां विधानसभा अध्यक्ष ने शासन से इससे संबंधित प्रस्ताव भेजने की बात कही है। उन्होंने शहीद के नाम से गुमानीवाला में द्वार बनाने और उनकी प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा भी की है। सोमवार को गुलरानी फार्म में क्षेत्रीय विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष ने शहीद विकास गुरुंग के घर पहुंचकर अमर शहीद की पार्थिव देह पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड हमेशा भारत की रक्षा के लिए सबसे आगे रहा है। राज्य का बच्चा-बच्चा वतन पर मर मिटने का जज्बा रखता है, इसी वजह से उत्तराखंड के हर घर के युवा की सेना में जाना पहली पसंद होती है। विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने सामुदायिक भवन का नाम शहीद विकास गुरुंग के नाम पर रखने की भी घोषणा की।
24 फील्ड रेजीमेंट ने दी सलामी
मुनिकीरेती स्थित श्मशान घाट पर शहीद विकास गुरुंग को रायवाला छावनी की 24 फील्ड रेजीमेंट के जवान सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे। अंतिम यात्रा में उन्होंने शहीद के ताबूत में बंद पार्थिव शरीर को घाट तक पहुंचाया। अंत्येष्टि से पूर्व मातमी धुन बजाने के बाद उन्होंने तीन राउंड फायर कर शहीद को सलामी दी। कैप्टन प्रकाश कुमार ओझा ने बताया कि छावनी से रेजीमेंट के 17 जवानों व जेसीओ अंतिम यात्रा में शामिल हुए।