उधमसिंहनगर,संवाददाता- नौ दिन चले अढाई कोस का मुहावरा भी गदरपुर से गुलरभोज जाने वाली सड़क पर फिट नहीं बैठता , क्योंकि इस सड़क पर पिछले साल काम शुरू हुआ था लेकिन सड़क आज तक दुरुस्त नही हुई। मतलब ये है कि यहां नौ दिन में 9 कदम भी सड़क नही बनी। आलम ये है कि अब सड़क पर काम होता ही नही है। सड़क के लिए आया माल-मैटियल वाहनों की आवाजाही के चलते इधर-उधर बिखर गया है। नतीजतन सड़क पर चौबीसों घंटे धूल के गुबार उड़ते रहते हैं। अधूर सड़क और उसकी रेत-बजरी की धूल आस पास के ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन गई है। मरम्मत की बाट जोहती आधी-अधूरी सड़क जहां आए दिन हादसों को दावत देती है वहीं इस सड़क पर उड़ता धूल का गुबार अवाम के लिए बीमारी का कारण भी बन रहा है। धूल-धक्कड़ से सब परेशान हैं मुसाफिर हों या फिर स्कूली बच्चे। किसी की चोट की शिकायत है तो किसी की स्कूली ड्रेस गंदी होने का शिकवा। बावजूद इसके गदरपुर से गुलरभोज जाने वाली सड़क दुरुस्त नही हो रही है। फिलहाज लोग कपड़े से मुंह ढक कर सड़क पर सफर करते हैं लेकिंन दिलों में सड़क की बदहाली को लेकर बेहद गुस्सा है। स्थानीय जनता की माने तो अब उनके सब्र का पैमाना छलकने वाला है , प्रशासन ने अगर जल्द ही सड़क को दुरुस्त न किया तो वे आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। देखते हैं प्रशासन के कानों में जूं रेगती है या नही। बहरहाल सवाल ये है कि जब माल मैटिरियल है तो सड़क को उसके अंजाम तक पहुंचाने में क्यों कोताही बरती जा रही है। आखिर प्रशासन जनता का ख्याल रखने के लिए उस ठेकेदार को फटकार क्यों नही लगा रही है जिसने सड़क का काम अपने हाथ लिय़ा था।