देहरादून- बेशक सूबे में पुलिस जवानों का पिछले दिनों चर्चित महाव्रत का आगाज़ होने से पहले अंजाम हो गया हो लेकिन इतना तय है कि महाव्रत ने महकमें में आलाधिकारियों को जवानों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील बनाया है। ये बात इसलिए कही जा रही है कि पुलिस महकमें ने 24 घंटें ड्यूटी पर तैनात अपने जवानों को कुछ खास मौकों पर अवकाश देने का फैसला किया है।
हालांकि अभी इस का लाभ विषम परिस्थितियों में तैनात जवानों को ही मिलेगा। लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में यह फैसला व्यापक रूप ले लेगा। बहरहाल सूबे की मित्र पुलिस के जवानों को अब अपने एवं बच्चों के जन्मदिन के अलावा शादी की सालगिरह व परिजनों के शादी-समारोह में शामिल होने के लिए अवकाश दिया जाएगा।
यह कदम जिले की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में पुलिस कर्मियों की अत्यधिक व्यस्तता को देखते हुए उठाया गया है। ताकि उनमें किसी तरह की कुंठा का भाव न पनपे। इसी के साथ पुलिसकर्मियों को ऐसी सुविधा देने वाला रुद्रप्रयाग प्रदेश का पहला जिला बन गया है।
पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा के अनुसार यह महसूस किया गया कि रुद्रप्रयाग जिले में तैनात पुलिसकर्मी ड्यूटी की व्यस्तताओं के चलते महत्वपूर्ण अवसरों, जैसे बच्चों के जन्मदिन, स्वयं अथवा माता-पिता की शादी की सालगिरह समेत अन्य जरूरी आयोजनों में शामिल नहीं हो पाते। नतीजा, अक्सर उन्हें परिजनों अथवा नाते-रिश्ते वालों के ताने सुनने को मिलते हैं और वह तनाव का शिकार हो जाते हैं। इससे उनकी कार्यक्षमता और अनुशासन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
मीणा ने बताया कि इस स्थिति से निपटने के लिए प्रधान लिपिक एसपी कार्यालय को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। वह समस्त कार्मिकों से उनके बच्चों के जन्मदिन, स्वयं अथवा माता-पिता की शादी की सालगिरह समेत अन्य विवरण लेकर कार्यालय स्तर पर अवकाश स्वीकृत कराएंगे। प्रधान लिपिक व आशुलिपिक को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे कार्मिकों के अवकाश आवेदन प्राप्त होते ही उन्हें स्वीकृति के लिए एसपी के समक्ष प्रस्तुत करें।
बताया कि सभी प्रभारी समय से कार्मिकों के अवकाश आवेदन कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे और पुलिस बल की उपलब्धता को ध्यान में रख रोटेशन में अवकाश स्वीकृति के लिए अग्रसारित करेंगे। ताकि राजकार्य प्रभावित न हो।