देहरादून- बेशक किसी दौर मेंं चमोली जिले के दूरस्थ गांव के लिए ये कहावत मशहूर रही हो कि “घेस आगे देश नही” लेकिन अब सूचना तकनीक के दौर में घेस गांव भी सरकार और जनता की मुट्ठी में होगा। सूबे की सरकार ने घेस गांव को आईटी स्मार्ट विलेज के लिए चुना है।
आईटी स्मार्ट विलेज योजना के पहले चरण में घेस गांव को सूचना तकनीक से सुज्जित बनाया जाएगा। राज्य सरकार ने मार्च 2018 तक घेस गांव में कॉमन सर्विस सेंटर (सी.एस.सी.) प्रारम्भ किये जाने का लक्ष्य रखा है। वहीं चमोली जिले के दूरस्थ माने जाने वाले हिमनी और घेस गांवों के प्राथमिक विद्यालयों में आधुनिक ऑल इन वन डिवाइस ‘के-यान’ उपलब्ध कराया जाना भी तय किया गया है।
इस बात की जानकारी उस वक्त दी गई जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) विभाग की समीक्षा की। तय है कि अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहा और आई टी विभाग अपने तय लक्ष्य को पूरा करने में कामयाब हुआ तो घेस गांव को अप्रैल महीने ही ‘घेस आईटी स्मार्ट विलेज’ पुकारा जाने लगेगा।