रुड़की की झबरेड़ा विधानसभा के ग्रमीणों ने झबरेड़ा भाजपा विधायक देसराज कर्णवाल का रुड़की में चंद्रशेखर चौक पर पुतला फूंका हैं.. माधोपुर गाँव के ग्रामीण पिछले दो महीने से अपनी समस्याओं को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. उनका आरोप है कि क्षेत्रीय विधायक उनकी समस्याओं को सुनने नही पहुंचे और अगर विधायक इस गाँव में आते हैं तो उनका जूतों-चप्पलों से पिटाई कर स्वागत करेंगे.
विधायक ने दी थी धरने पर बैठने की सलाह
जी हां रुड़की झबरेड़ा विधानसभा से भाजपा के विधायक किसी ना किसी प्रकरण को लेकर हमेशा से चर्चाओ में बने ही रहते हैं. लेकिन अब उनकी ही विधानसभा से उनकी ही बिरादरी के दलित परिवार के लोग उनके खिलाफ विरोध पर उतर आए हैं. मामला माधोपुर गाँव का है जहाँ एन एच 73 बाईपास निर्माण के दौरान ग्रामीणों का शमशान घाट तक जाने का रास्ता बंद कर दिया गया, जिसको लेकर ग्रामीणों ने तमाम अधिकारियों से गुहार लगाई पर उनकी एक ना सुनी गई जिसके बाद दर्जनों दलित परिवार के लोग विधायक देशराज कर्णवाल से मिले तो उन्होंने ग्रामणों को सलाह दी कि तुम लोग धरने पर बैठ जाओ.
विधायक की बातों में आकर धरना पर बैठे, बीते दो महीने
जिसके बाद वह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़गड़ी से बात करेंगे. विधायक की बातों में आकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया पर दो महीने गुज़र जाने के बाद विधायक ने उनके धरने प्रदर्शन वाले स्थान पर जाकर भी नही झांका. जिसको लेकर अब दलित परिवार की महिलाओं में आक्रोश पैदा हो गया और उन्होंने रुड़की के चंद्रशेखर चौक पर विधायक का पुतला फूंका और ज़ोरदार नारेबाजी भी की.
विधायक की गांव में करेंगे जूतों-चप्पलाों से स्वागत
उग्र महिलाओं का कहना है कि विधायक ने उन्हें गुमराह कर धूप और बारिश में धरने पर बैठने को मजबूर कर दिया लेकिन खुद उन्होंने उनकी आवाज़ कहीं नही उठाई और अगर अब विधायक उनके गाँव में आते हैं तो सभी ग्रामीण उनकी लाठी-डंडों से और जूते चप्पलों से पिटाई करेंगे.
अपने क्षेत्र का विधायक मानने से इनकार
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि अब उन्हें विधायक से कोई सराकोर नहीं रहा. वह उन्हें अपने क्षेत्र का विधायक मानने से इनकार करते हैं. वहीं पुतला फूंकने के बाद ग्रामीण एक आस लेकर रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा के कार्यलय पर भी पहुंचे .