देहरादून: पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर राजेंद्र पाल का बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे दून में निधन हो गया। वह अस्सी वर्ष के थे। रविवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था।
बुधवार को दिन में ही सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उनका हाल जानने पहुंचे थे। उत्तराखंड क्रिकेट को बीसीसीआइ की मान्यता के लिए भी पाल लगातार संघर्ष करते आ रहे थे। 1दून निवासी राजेंद्र पाल ने श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में अंतिम सांस ली। वर्ष 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में पाल भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे थे। वे यूनाइटेड क्रिकेट ऑफ एसोसिएशन के सचिव थे और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इसी एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।
एसोसिएशन के सदस्य रोहित चौहान के अनुसार, पिछले तीन दिन से उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी और उसमें कोई सुधार नहीं हो रहा था। मुख्यमंत्री रावत ने जब उनका हाथ पकड़ा तो उन्होंने आंखें खोली थीं। वे अपने पीछे दो बेटे दीपक और विवेक और पत्नी को छोड़ गए हैं। पाल स्टेट बैंक ऑफ पटियाला से रिटायर हुए थे। शिमला बाईपास रोड स्थित प्रकाश लोक से पाल का पार्थिव शरीर गुरुवार दोपहर दो बजे लक्खीबाग श्मशान घाट ले जाया जाएगा।