देहरादून- हॉकी के पर्व मशहूर खिलाड़ी और महिला हॉकी टीम के पूर्व कोच मीर रंजन नेगी को कौन नहीं जानता। ‘चक दे इंडिया’ उन्हीं के जीवन से प्रेरित हिंदी फिल्म है।
कभी जब मीर नेगी टीम इंडिया के लिए खेलते थे 1982 के ‘एशिया कप ‘ में पाकिस्तान से बुरी तरह से हार जाने पर उनके ऊपर देशद्रोह का आरोप भी लगा था।
लेकिन तमाम मुसीबतों और तंजों को झेलने के बावजूद मीर नेगी ने अपने आपको टूटने नहीं दिया। बाद में हालात बदले और बुरा वक्त खत्म हुआ और महिला हॉकी ने जब उनकी ट्रेनिंग से कुछ नई इबारतें लिखनी शुरू की तो मीर नेगी को सिर आंखों पर बिठा लिया गया। खैर अब मीर नेगी भारतीय हॉकी को बेहतरीन खिलाड़ी देना चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इसके लिए मीर अपनी एक महिला हॉकी अकादमी खोलना चाहते हैं। अपनी इस हसरत का खुलासा मीर नेगी ने देहरादून में किया। एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए मीर ने कहा कि उनका राजनीति में जाने का कोई इरादा नहीं है हालांकि उन्हें कई बड़ी राजनीतिक पार्टियों से ऑफर मिले थे। मीर ने कहा वे अपना वक्त फिलहाल महिला हॉकी को देना चाहते हैं। परिस्थितियां अनुकूल रही तो फिर राजनीति में आने की सोंचेंगे
इस दौरान मीर नेगी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि जब मौजूदा हरिद्वार सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक सीएम थे तो उन्होंने हॉकी को प्रोत्साहन देने के लिए दस लाख रुपये देने का मीर नेगी को आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक एक रुपया नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही महिला हॉकी लीग की स्थापना करेंगे। इसमें युवा महिला खिलाड़ियों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण एवं सभी उच्च सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। यहां इंडोर हॉकी की भी सुविधा होगी।