टिहरी- जिले में उन किसानो की मन की मुराद पूरी हो गई है जिनकी हसरत थी कि मसूरी फल पट्टी विकसित करने का मेहनताना भूमिधरी अधिकार के तौर पर उन्हें मिल जाए। जी हां टिहरी विधायक की पहल पर चंबा से मसूरी जाने वाली सड़क के दोनो ओर सालों पुरानी विकसित फलपट्टी पर अब कश्तकार का मालिकाना हक हो गया है।
फलपट्टी के काश्तकारों को भूमिधरी अधिकार दिलाने के लिए जारी शासनादेश के बारे में टिहरी विधायक धन सिंह नेगी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ काणाताल में एक शिविर लगाया।खेत पर मालिकाना हक मिलने से इलाके के काश्तकारों के चेहरों की रौनक चौगुनी हो गई है।
गौरतलब है कि जब उत्तराखंड उत्तरप्रदेश का हिस्सा था तब उत्तरप्रदेश सरकार ने स्थानीय काश्तकारों की आमदनी बढ़ाने के लिए काश्तकारों को फलपट्टी विकसित करने के लिए सरकारी जमीन आवंटित की थी। जब से राज्य बना है तब से स्थानीय किसानों की मांग थी कि फलपट्टी पर काश्तकार को भूमिधरी अधिकार दिया जाए। ये मांग एक लंबे समय से अटकी हुई थी।