हरिद्वार- फरियादी की सुनवाई न करने पर एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने रानीपुर कोतवाली में तैनात एक दारोगा व मुंशी को सस्पेंड कर दिया। नारकोटिक्स सेल में तैनात दो सिपाहियों पर भी गाज गिरी है। इनके अलावा एक पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक को भी कार्यविरत किया।
रानीपुर कोतवाली प्रभारी ऐश्वर्य पाल मंगलवार को विभागीय कार्य से बाहर गए थे। उनकी अनुपस्थिति में दारोगा नरेंद्र सिंह के पास चार्ज था। इसी बीच कोतवाली क्षेत्र में एक व्यक्ति की बाइक चोरी हो गई। वह रिपोर्ट लिखाने रानीपुर कोतवाली पहुंचा। उसने कार्यवाहक प्रभारी नरेंद्र सिंह को बाइक चोरी की घटना बताई और रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। आरोप है कि नरेंद्र सिंह ने उसकी सुनवाई नहीं की।
इसके बाद पीडि़त ने कोतवाली के मुंशी बलबीर को आपबीती सुनाई, लेकिन बलबीर ने भी तवज्जो नहीं दी। फरियादी ने एसएसपी कृष्ण कुमार वीके को पूरी जानकारी दी। शिकायत का संज्ञान लेते हुए एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह व सिपाही बलबीर को निलंबित कर दिया।
वहीं नारकोटिक्स सेल में तैनात सिपाही रईस व माजिद खान को भी एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। इनके अलावा पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक प्रेम लाल टम्टा पर ड्यूटी को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए एक महिला कांस्टेबल ने एसएसपी से शिकायत की थी। जिस पर एसएसपी ने जांच कमेटी का गठन करते हुए जांच पूरी होने तक आरआइ को कार्यविरत रहने के निर्देश दिए हैं।
जांच टीम में एसपी सिटी ममता वोहरा, एएसपी रचिता जुयाल व सीओ ट्रैफिक विरेंद्र डबराल शामिल हैं। एसएसपी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि थाने में आने वाले हर फरियादी की सुनवाई करने के निर्देश सभी थाना प्रभारियों को दिए गए हैं।