घंटाघर से आइएसबीटी तक जिला प्रशासन ने अतिक्रमण पर कार्रवाई के बावजूद अतिक्रमणकारी सुधरने को तैयार नहीं हैं। हद ये है कि अतिक्रमणकारी उसी जगह पर दोबारा पक्का निर्माण करा रहे हैं, जहां प्रशासन का बुलडोजर चला था। पहले पटेलनगर स्थित लालपुल पर रातोंरात दुकान खड़ी कर दी गई, तो अब मातावाला बाग में एक लकड़ी कारोबारी ने पक्की दुकान बना डाली।
जब सूचना नगर निगम को मिली तो जेबरा टीम ने मौके पर पहुंचकर निर्माण को ध्वस्त कर दिया। आरोपी व्यापारी के विरुद्ध मुकदमे की चेतावनी दी गई है। पिछले गुरुवार को प्रशासन ने अतिक्रमण पर बुलडोजर चढ़ाया था, लेकिन एक हफ्ते के अंदर व्यापारियाों ने दोबारा सरकारी भूमि पर पक्के निर्माण शुरू कर दिए।
अभियान के अगले ही दिन लालपुल पर मीट दुकान स्वामी ने दोबारा पूरी दुकान खड़ी कर दी थी तो अब मातावाला बाग और भूसा स्टोर के समीप एकाएक तीन दुकानों का निर्माण करा दिया गया। तीनों ही दुकानों को पहले ध्वस्त किया गया था, लेकिन व्यापारियों ने प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए अतिक्रमण में देरी नहीं की। एक फर्नीचर व्यापारी ने तो आगे बैनर व तिरपाल लगा दिया और पीछे दुकान का निर्माण करा दिया।
गुरुवार को इसकी शिकायत मिलने पर नगर निगम के भूमि कर अधीक्षक विनय प्रताप सिंह फोर्स समेत वहां पहुंचे और जेसीबी से निर्माण ध्वस्त कर दिया। भूसा स्टोर के पास भी दो अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए व व्यापारियों को चेतावनी दी। इसके बाद लालपुल पर पहुंची टीम ने वहां फिर से बन रही मीट की दुकान को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।
पहली बार चेतावनी, दूसरी बार मुकदमा
वही महापौर विनोद चमोली ने मीट दुकान के स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है। नगर निगम ने अतिक्रमणकारियों को शहर में मुनादी कर चेतावनी देनी शुरू कर दी है। अतिक्रमण तोड़ने के बाद पहली बार चेतावनी दी जा रही है, दूसरी बार अतिक्रमण किया तो संबंधित व्यापारी या गृहस्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा