हरिद्वार- राजाजी टाइगर रिजर्व को बदनाम करने वाली आदमखोर मादा गुलदार आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद पार्क प्रशासन के शिकंजे में फंस गई है। गौरतलब है कि बेहद चतुर-चालाक मानी जाने वाली यह मादा गुलदार पार्क के वनकर्मियो को पिछले तीन सालो से गच्चा दे रही थी।
पार्क प्रशासन के पिंजरे में फंसी इस मादा गुलदार के बारे में कहा जा रहा है कि पिछले तीन साल के दौरान ये आदमखोर गुलदार पंद्रह लोगो को अपना निवाला बना चुकी है । हालांकि कैनाइन दांत टूटे होने के चलते इसे पहली नजर में आदमखोर बताया जा रहा है हालांकि अभी मादा गुलदार की पूरी जांच नहीं हुई है लिहाजा पक्के तौर पर मादा गुलदार को आदमखोर करार नहीं दिया जा सकता।
हालांकि बताया जा रहा है कि राजाजी नेशनल पार्क के मोतीचूर रेंज और उससे सटे इलाके में तकरीबन पंद्रह से ज्यादा गुलदार सक्रिय हैं। सभी को पार्क प्रशासन ने ट्रैप कर लिया है । वहीं राजाजी पार्क के पशु चिकित्सक अदिति शर्मा की माने तो पकड़ी गई मादा गुलदार की उम्र आठ से दस साल के बीच हैं। मादा गुलदार के कैनाइन दांत टूटे हुए हैं ऐसे में अब वो शिकार करने में असमर्थ है। लिहाजा मादा गुलदार को सीधे जंगल में नहीं छोड़ा जा सकता है।
इस मादा गुलदार के पकडे जाने के बाद पार्क महकमा इसे रेडियो कॉलर करने की योजना बना रहा था। मगर शुरुआती लक्षण आदमखोर होने के चलते अब इसे पार्क प्रशासन रेस्क्यू सेंटर भेज कर इसका सम्पूर्ण परिक्षण करवाने पर विचार कर रहे। ताकि मादा गुलदार की सच्चाई पता चल सके।