नैनीताल- शराब का नशा जब चढ़ता है तो आदमी रिश्तों की मर्यादा तक भूल जाता है। जबकि लापरवाही का नशा जब सरकारी सिस्टम के सिर चढ़ता है तो वो अपना फर्ज भूल जाता है। नैनीताल में नशे में धुत बाप बेटे के बीच इतनी मारपीट हुई कि नशेड़ी बाप ने नशे में धुत बेटे के पेट कांच की बोतल तोड़कर घोंप दी।
पिता की इस हरकत से बेटे की अंतड़ियां बाहर आ गई। आनन फानन में पड़ोसी उसे अस्पताल ले गए। लेकिन सरकारी ऐंबुलेंस एक घंटा इतंजार के बाद भी मौके पर नहीं पहुंची
अस्पताल में पांच चिकित्सकों की टीम ने उसका ऑपरेशन किया, जिसके बाद हल्द्वानी रेफर कर दिया। लेकिन गजब की बात ये है कि वारदात के बाद पिता खुद ही अपने गुनाह की सूचना देने पुलिस के पास कोतवाली पहुंचा।
स्टाफ हाउस निवासी हरीश लाल मल्लीताल फ्लैट्स पार्किंग जाने वाली सड़क किनारे लकड़ी की मूर्तियां व गिफ्ट आइटम बनाकर बेचता है। उसका 22 वर्षीय बेटा ध्रुव कुमार झील में नाव चलाता है। दोनों अक्सर शराब पीकर झगड़ा करते रहे हैं। जिससे पड़ोसी तक परेशान थे। पिछले दो दिन से शांति बनी थी।
गत रात ध्रुव व उसके पिता घर पहुंचे तो नशे में दोनों भिड़ गए। इसी दौरान बेटे ने घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी तो बाप आपा खो बैठा और उसने टूटी हुई बोतल का शीशा बेटे के पेट में घोंप दिया।
इधर बेटे की चीख-पुकार सुनने के बाद घर मे तड़प रहे ध्रुव को पड़ोसी बीडी पांडेय अस्पताल ले गए। चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर पेट से बोतल का कांच निकाला। इसके बाद हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया। सूचना पर कोतवाली के एस आई बीसी मासीवाल भी पहुंचे। लेकिन करीब एक घंटे इंतजार के बाद भी अस्पताल की एम्बुलेंस का चालक नहीं पहुंचा तो पुलिस ने संपर्क साधा।
एेसे में सरकारी मिजाज का सामना कर रहे स्थानीय लोगों में इस वजह से भारी नाराजगी है। लोगों का कहना है मार-पिटाई करने वाले तो नशे में थे लेकिन सरकारी सिस्टम भी लपारवाही के नशे में ठस्स रहता है।