नई दिल्ली : सरकार को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल अाने वाले वक्त में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाएंगे। सरकार को उम्मीद है कि उर्जित पटेल मुद्रास्फीति तथा आर्थिक वृद्धि के बीच संतुलन साधने के लिए रिजर्व बैंक में मौद्रिक नीति अपने अनुभवों का बखूबी इस्तेमाल करेंगे। पटेल इस समय आरबीआई के डिप्टी गवर्नर हैं और गवर्नर रघुराम राजन का कार्यकाल समाप्त होने पर केंद्रीय बैंक के प्रमुख का पदभार संभालेंगे। मौजूदा गवर्नर रघुराम राजन का कार्यकाल चार सितंबर को पूरा हो रहा है।
वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पटेल पास मौद्रिक नीति का अनुभव है, अत: उम्मीद है कि वह मुद्रास्फीति को नियंत्रित करेंगे। वित्त राज्य मंत्री ने पटेल की नियुक्ति को देशहित लिया गया सही निर्णय बताया। जबकि आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने पटेल को आरबीआई का 24वां गवर्नर नियुक्त किये जाने का स्वागत किया और कहा कि पटेल, ‘‘मौद्रिक अर्थशास्त्र, मौद्रिक नीति व्यवस्था तथा अन्य क्षेत्रों में उनके अनुभव को देखते हुए हमें भरोसा है कि वह अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे और मौद्रिक नीति की जरूरतों और मुद्रास्फीति लक्ष्य को ध्यान में रखेंगे, जिसे अब रिजर्व बैंक अधिनियम में जगह दी गयी है।’ सरकार ने दो प्रतिशत घट-बढ के साथ मुद्रास्फीति का लक्ष्य रखा है। रिजर्व बैंक की अगली मौद्रिक नीति समीक्षा चार अक्तूबर को होने वाली है.