देहरादून(मनीष डंगवाल)- 1 अप्रैल से बेरोजगार हो चुके 5000 से ज्यादा गेस्ट टीचरों को शिक्षा मंत्री ने दो टूक जवाब दिया हैै,ये जवाब शिक्षा मंत्री ने तब दिया जब बडी तादाद में गेस्ट टीचर शिक्षा मंत्री के आवाास पर घेराव करने आए थे और नौकरी की मांग कर रहे थे।
दरसल हाईकोर्ट के आदेश पर शिक्षा विभाग ने 31 मार्च तक के लिए गेस्ट टीचरों को नियुक्त किया था,जिसके बाद 1 अप्रैल से गेस्ट टीचर बेरोजगार हो चुके है। शिक्षा मंत्री ने गेस्ट टीचरों को अश्वासन दिया है कि वह फिर कोर्ट के आदेश पर उन्हे बहाल कर देंगे,लेकिन दो माह का समय होने वाला है गेस्ट टीचरों को लेकर कोर्ट में सुनवाई तक नही हुए है जिससे गेस्ट टीचर चिंतित है,और इसी को लेकर शिक्षा मंत्री के आवास पर घेराव करने चले गए.
तो वहीं शिक्षा मंत्री गेस्ट टीचरों के द्धारा आंदालन की चेतावनी देने पर बिफर पड़े और कहने लगे,धरना प्रदर्शन मैंने अपने दिमाग से निकाल दिया है और तुम भी धरना प्रदर्शन दिमाग से निकाल दो. साथ ही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि आंदोलन की धमकी कही और जाकर देना यहां आदोलन की कोई गुंजाइस नहीं है. धरना देना है तो फिर वह कही और जाएं मेरे पास न आए।
वहीं गेस्ट टीचर दोलत जगुड़ी कहना है कि मंत्री जी के कहने पर हमने आंदोलन खत्म किया लेकिन हमारी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई. गेस्ट टीचरों का कहना है कि मंत्री जी ने 21 मार्च का वक्त दिया था. हमें बच्चों के तरह बहलाया जा रहा है. टीचरों का कहना है कि कोर्ट का सिर्फ बहाना बनाया जा रहा है हम कोई गंभीरता से नहीं ले रहे. हमें हर बार लॉलीपॉप थमा दिया जा रहा है.
गेस्ट टीचरों का कहना है कि अगर हमारी मांगों को नहीं माना गया तो हम उग्र आंदोलन करेंगें. और इसके अलावा और कोई चारा भी नहीं है.