हल्द्वानी- प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी लगातार बढ़ती जा रही है। सबसे ज्यादा शिक्षकों की कमी कुमाऊं मंडल के स्कूलों में देखी जा रही है, जिसमे माध्यमिक विधालयो में प्रवक्ताओं के ढाई हजार पद खाली हैं जबकि डेढ़ हजार से अधिक सहायक अध्यापकों के पद खाली पड़े है। साथ ही मार्च में गेस्ट टीचरों की सेवा समाप्त होने के बाद अब स्कूलों में बच्चो की पढाई राम भरोसे हो गई हैं।
स्वीकृत 5417 पदों में 2497 पद खाली
कुमाऊं के छह जिलों में प्रवक्ताओं के लिए स्वीकृत 5417 पदों में 2497 पद खाली पड़े हैं, टीचरों की सबसे ज्यादा कमी पर्वतीय जिलों में है, जिसमे पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिला मुख्य है जिसमे सहायक अध्यापकों के 434 पद खाली हैं। जबकि प्रवक्ताओं के 742 पद खाली पड़े हैं।
वहीं इस पूरे मामले में सूबे के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि प्रदेश में कहीं भी शिक्षकों की कमी नहीं है। कुछ शिक्षकों का प्रमोशन होना है जिसके बाद निचले स्तर की भर्ती की जाएगी और जल्द ही शिक्षकों की कमी को दूर कर लिया जाएगा।
वहीं शिक्षा विभाग के अपर निदेशक कुमाऊ मुकुल सती का कहना है कि LT के शिक्षकों के एग्जाम हो चुके हैं जिसका रिजल्ट आना बाकि है। जिसके बाद सहायक अध्यापकों की कमी दूर हो जाएगी साथ ही प्रवक्ता पदों के लिए राज्य चयन आयोग के माध्यम से जल्द भर्ती की जाएगी, जिसके लिए शासन स्तर पर बात चल रही है। जिसके बाद प्रवक्ताओ की कमी दूर हो जाएगी।