टिहरी- झील पर अन्तर्राष्ट्रीय तकनीक से निर्माणाधीन डोबरा चांठी पुल का निर्माण पूरा करने के लिए भाजपा सरकार का डबल इंजन फेल हो गया है। केन्द्र सरकार ने अपने हिस्से की आधी धनराशि अभी तक जारी नही की है, जिससे प्रतापनगर के लाखों लोगों की जीवनरेखा डोबरा-चांठी पुल का भविष्य अधर में लटक गया है।
यह आरोप लगाया है प्रतापनगर के पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी ने। दरअसल टिहरी जिला मुख्यालय से प्रतापनगर को जोड़ने वाला पुल जमानो से अधर में लटका हुआ है। डोबरा-चाठी पुल के आई.आई.टी डिजाईन फेल होने के कारण पिछली कांग्रेसी सरकार ने दुनियाभर से तकनीक खोजकर पुल के लिए ग्लोबल टैन्डर करवाकर डिजाइन का कार्य कोरिया देश को दिया था ।
अंतर्राष्ट्रीय तकनीक से तैयार हो रहे इस पुल को केंद्र और राज्य ने मिलकर पूरा करना था। जिसके लिए आधी धनराशि केंद्र सरकार को और आधी धनराशि उत्तराखंड सरकार को वहन करनी थी। पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी की माने तो जब राज्य में हरीश रावत सरकार थी तब वे राज्य के मद से पुल निर्माण का धन स्वीकृत करवाने में सफल रहे थे।
पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि हमने पुल का पैसा देकर अपने कार्यकाल में पुल के दोनो टावरों को नए तकनीक से मजबूत किया, चांठी की तरफ पुल तक सड़क और करीब 20 मीटर स्पान का एप्रोच पुल तैयार करवाया, पुल निर्माण के लिए आवश्यक कैटवाक के तार लगवाए, इस पुल के निर्माण के सभी
उपकरण और रस्से भी डोबरा की साइट में उपलब्ध हैं। तब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज्य में एक ही इंजन की सरकार है, भाजपा को वोट दो, तो डबल इंजन की सरकार डबल काम करेगी, नेगी ने कहा कि लगता है कि डबल इंजन डोबरा
में फेल हो गया हैं, और प्रतापनगर में तो सिंगल इंजन भी अभी तक स्टार्ट नही हो पाया है।
पूर्व विधायक नेगी ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, प्रतापनगर की लाखों की जनता के साथ इस छल को बर्दास्त नही किया जाएगा। अगर तुरन्त भाजपा की मोदी सरकार ने डोबरा पुल के लिए अपने हिस्से का अंश जारी नही किया तो कांग्रेस इसके खिलाफ निर्णायक आंदोलन करेगी।