वॉशिंगटन– अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार रात साढे दस बजे अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति तो तौर पर आज शपथ लेंगे। नए राष्ट्रपति के स्वागत में यूएस में जश्न और विरोध शुरू हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इस समारोह में शामिल होने के लिए वॉशिंगटन में करीब नौ लाख लोग जमा हो रहे हैं। पूरी इलेक्शन प्रोसेस में ट्रम्प के विरोध को देखते हुए यह पता नहीं चल रहा है कि इनमें ट्रम्प विरोधी कौन हैं और सपोर्टर्स कौन? इसलिए पूरे वॉशिंगटन को एक छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह की खास बाते
सबसे ताज्जुब की बात तो ये है कि डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के ऐसे पहले राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं जिनके शपथ ग्रहण समारोह का प्रतिपक्ष ने विरोध किया है और समारोह में डेमोक्रेटिक पार्टी के 60 सांसद शामिल नहीं होंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है जब अपोजिशन ने प्रेसिडेंट की ओथ सेरेमनी का बायकॉट का ऐलान किया है। बहरहाल शपथ कार्यक्रम वॉशिंगटन में होगा जहां अमेरिका के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ट्रम्प को शपथ दिलवाएंगे । ट्रम्प दो बाइबिल लेकर शपथ लेंगे। एक को लेकर अब्राहम लिंकन ने शपथ ली थी। जबकि दूसरी ट्रम्प को उनकी मां ने तोहफे में दी थी। ट्रम्प से पहले वाइस प्रेसिडेंट माइक पेंस शपथ लेंगे। ट्रम्प यहां देश के नाम स्पीच भी देंगे। बाद में एक प्रोग्राम व्हाइट हाउस में होगा। अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना ही शपथ समारोह में शामिल होंगे। भारत की ओर से कोई नेता शामिल नहीं होगा।