टिहरी- राजकीय महाविद्यालय के एक प्रोफसर ने नाबालिग छात्रा के साथ चाकू की नोक पर दुष्कर्म किया। सदमे में आई छात्रा ने इसके बाद जहरीला पदार्थ सेवन कर जान देने की कोशिश की। समय से उपचार मिलने के चलते उसे बचा लिया गया। पुलिस ने आरोपित प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र के शिवशक्ति विहार का निवासी है।
सत्रह वर्षीय छात्रा को बंधक बनाकर बनाया हवस का शिकार
घटना टिहरी जिले देवप्रयाग की है। आरोप है कि राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी नैखरी में तैनात हिंदी के प्रोफेसर डा. गजेंद्र चौहान ने मंगलवार शाम स्थानीय सत्रह वर्षीय छात्रा को बंधक बनाकर हवस का शिकार बनाया। अच्छी जान पहचान होने के चलते छात्रा के पिता ने पुलम फल देने उसे आरोपित के घर भेजा था। पुलम देकर वह लौटने लगी तो प्रोफेसर की नीयत खराब हो गई। उसने छात्रा को कमरे में बंधक बना लिया, चिल्लाने की कोशिश करने पर धमका कर चुप करा दिया। इसके बाद उसने चाकू की नोक पर छात्रा के साथ दुष्कर्म किया।
अपने जीजा के फोन पर एक मैसेज भेजकर खाया जहरीला पदार्थ
प्रोफेसर की करतूत के सहमी छात्रा ने शर्म के कारण उस वक्त परिजनों को कुछ नहीं बताया। रात को उसने अपने जीजा के फोन पर एक मैसेज भेजकर खुद जहरीला पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए।
प्राथमिक उपचार के बाद गुरुवार को उसने परिजनों को पूरा घटनाक्रम बताया। पीड़िता के पिता ने आरोपित के खिलाफ थाने में तहरीर दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को उसके कमरे से गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता और आरोपी का मेडिकल कराया गया।
हिंडोलाखाल के थाना प्रभारी धीरजमणि बलूनी ने बताया कि 36 वर्षीय आरोपित डॉ गजेन्द्र चौहान खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वह शादीशुदा है, उसकी छह माह की बेटी भी है।