गैरसैंण- बजट सत्र के तीसरे दिन भी सदन से बाहर राज्य आंदोलनकारियों को तेवर से सरकार हलकान रही। बाजार बंद रहा तो सड़कों पर जाम रहा।
पहाड़ी राज्य की राजधानी पहाड़ में हो, शहीद राज्य आंदोलनकारियों का सपना साकार हो, उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण हो! इन नारों के साथ आज राजधानी आंदोलन की आंच में आंदोलनकारियों ने हवा भरी।
आंदोलनकारी महिलाओँ ने जहां धरना प्रदर्शन किया वहीं गैरसैंण पूरी तरह ठप्प रहा। सड़क पर जाम रहा तो बाजार पूरी तरह से बंद। यहां तक की चाय-पानी जैसी दुकाने भी गैरसैंण राजधानी की मांग पर बंद रही। वहीं खबर ये भी है कि आंदोलनकारी महिलाओं को खाकी का मिजाज नहीं भा रहा है।
बताया जा रहा है कि पुलिस के तेवरों से नाराज आंदोलनकारी महिलाओं ने भी खाकी को उनके सब्र का इम्तिहान लेने से बाज आने की नसीहत दी है। बताया जा रहा है कि गैरसैंण राजधानी की मांग कर रही आंदोलनकारी महिलाओं ने पुलिस को चेतावनी दी है कि हमें संगीनों का खौफ न दिखाए क्योंकि वो भी हंसिया से काम करना जानती हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अब राजधानी आंदोलन का रुख देखते हुए सरकार को भी कोई न कोई कदम उठाना पड़ेगा।