देहरादून- देहरादून में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के नाम पर बड़ी ठगी करने का मामला सामने आया है. जिसमें एसटीएफ की टीम ने मुखबिर की सूचना पर गैंग के तीन ओरोपियों को गिरफ्तार किया.
दरअसल बीते कुछ दिनों से एसटीएफ एसएसपी रिधिम अग्रवाल को शिकायत मिल रही थी की संगठित गैंग के कुछ लोग देहरादून व अन्य आस-पास के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस के कॉलेजों में एडमिशन के नाम लाखों रुपये लेकर धोखा-धडी कर रहे हैं. औऱ साथ ही धोखाधड़ी का मामला पटेलनगर थाने में दर्ज भी किया गया था. जिसे एसएसपी ने गंभीरता से लिया. एसएसपी ने कैलाश पवांर, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ और साईबर थाने की एक ज्वान्ट टीम का गठन किया.
जिसके बाद टीम को कामयाबी हासिल हुई. टीम ने मुखबिर की सूचना और तकनीकी विश्लेषण के तहत शानिवार को अन्तर्राज्जीय गैंग के तीन आरोपियों को आईटीआई निरंजनपुर, माजरा, देहरादून से गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार आरोपियों ने एडमिशन के नाम पर वादी से 16 लाख रुपये डोनेशन
आपको बता दें जानकारी में बात सामने आई की आरोपियों ने 7 जुलाई 2018 को विकास गोयल पुत्र हरीश चन्द्र निवासी 633, सेक्टर 05, करनाल, हरियाणा को उनकी पुत्री के गुरू रामराय मेडिकल कॉलेज, पटेलनगर, देहरादून में एमबीबीएस में एडमिशन के नाम पर धोखाधड़ी की गई थी। गिरफ्तार आरोपियों ने एडमिशन के नाम पर वादी से 16 लाख रुपये डोनेशन व रु 6,95,000/- डिमान्ड ड्राफ्ट एसजीआरआर एमसी के नाम पर बनवाकर धनराशि हड़पी थी। जिसके बाद थाना पटेलनगर में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.
एमबीबीएस में कन्सल्टेंसी के नाम पर अपने मोबाईल नम्बर इन्टरनेट में डाल देते थे
पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह सभी एमबीबीएस में कन्सल्टेंसी के नाम पर अपने मोबाईल नम्बर इन्टरनेट में डाल देते थे और नीट का रिजल्ट आने के बाद लोग अभियुक्तों से सम्पर्क करते थे। कन्सलटेन्सी के नाम पर आरोपी देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में लोगों को एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने का भी भरोसा देते थे। मोबाईल पर बात पक्की होने के बाद आरोपी लोगों को अपने बताये गये स्थानों पर बुलाकर लाखों की भारी धनराशि लेकर उनको एडमिशन के फर्जी दस्तावेज बनाकर देते थे। उन्होंने बताया कि जौलीग्रान्ट मेडिकल कॉलेज, एसजीआरआर मेडिकल काॅलेज और उड़िसा व कोलकाता में भी इसी प्रकार मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के नाम पर लोगों से लाखों-करोड़ो रुपयों की धोखाधड़ी करते थे।
इस गैंग का संचालन कोलकाता से होना प्रकाश में आया है
इनके साथ देश के विभिन्न राज्यों से अनेक लोंगों का भी इस अपराध में शामिल होना बताया गया है। इस गैंग का संचालन कोलकाता से होना प्रकाश में आया है। इनके द्वारा पूछताछ पर काफी महत्पूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है व इनके साथ संलिप्त अन्य अपराधियों की तालाश की जा रही है। आरोपियों का अपराधिक इतिहास अन्य राज्यों से मामूल किया जा रहा है। उक्त अन्तर्राज्जीय गैंग द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के मेडिकल काॅलेजों में एडमिशन के नाम पर करोडों रुपयों की धोखाधड़ी किये जाने का मामला प्रकाश में आया है।
गिरफ्तार अभियुक्तः-
01- अर्जुन कुमार सिंह उर्फ अमित कुमार पुत्र अमरीष कुमार उर्फ अजय प्रसाद निवासी 15, लेन न0-2, आगरा कैन्ट आगरा, उ.प्र. व स्थायी पता- दुर्जा बुद्धा कॉलोनी, थाना-दुर्जा विहार, पटना।
02- जीतेन्द्र कुमार सिंह पुत्र प्रमोद सिंह निवासी आरा भोजपुर बिहार।
03- राकेश उर्फ कुमार स्वामी पुत्र चेन्नई निवासी 29/2ए, मेन रोड़, बंगलुरू, कर्नाटक।