देहरादून- शहर में आए दिन लूट, चोरी, हत्या, ठगी के मामले सामने आ रहे है. जिसपर लगाम लगाना पुलिस के लिए मुश्किल साबित हो रहा है. अब तक कई लोगों को नौकरी के नाम पर ठगा जा चुका है. जी हां मामला ठगी का ही है जिसमें 2016 से फरार आरोपी को दून पुलिस ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर से गिरफ्तार किया.
मामला 22 अक्टूबर 2016 का है. जिसमें कई लोगों ने मिलकर फर्जी कंपनी PC टेक्नोलॉजी बनाई और हजारों लोगों से रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी की. जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति गौरव जोशी पुत्र प्रकाश चंद्र जोशी निवासी न्यू मोहनपुर थाना प्रेमनगर देहरादून ने थाना क्लेमेंटटाउन पर लिखित तहरीर दी कि आरोपी पंकज सिंह, यशराज, छाया सिंह, विप्लव मंडल, पोवाली बसु, त्रुटिन चक्रवर्ती समस्त अधिकारी/संचालक PC टेक्नोलॉजी दून (बिजनेस पार्क सुभाष नगर देहरादून) अवैध आर्थिक लाभ पाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचकर बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर 20000-20000रुपये की ठगी ट्रेनिंग/सिक्योरिटी बांड के नाम पर ऐंठकर वापस न कर धोखाधड़ी की औऱ फरार हो गए.
वादी की तहरीर के आधार पर थाना क्लेमेंटटाउन ने विभिन्न धाराओं के तहत 420/406/120 बी मुकदमा दर्ज किया. जिसके बाद सूचना पर आरोपियों की गिरफ्तारी/पता के लिए कोलकाता में दबिशें दी गई.
देश के चार जगह खोली पीसी टेक्नोलॉजी नाम की कंपनी
विवेचना के दौरान पाया गया कि आरोपियों ने PC टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक कंपनी की वेबसाइट बनाई और इंडिया में चार जगह एक साथ उक्त कंपनी खोली कोलकाता, देहरादून, जयपुर, पुणे में एक साथ कंपनी को खोला गया। कंपनी का मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज गुप्ता, सीईओ यशराज, जनरल मैनेजर विप्लव मंडल थे। इनके द्वारा अपनी वेबसाइट पर जॉब सिक्योरिटी ट्रेनिंग दी गई एवं 01 माह के लिए ट्रेनिंग के पश्चात जॉब सिक्योरिटी के लिए कहा गया। शुरुआत में कई लोगों को रोजगार दिया, जिससे चारों जगह लोगों ने और अधिक रोजगार के लिए इनके यहां ट्रेनिंग करी एवं टेक्नोलॉजी संबंधी ट्रेनिंग की.
ट्रेनिंग के नाम पर हर व्यक्ति से लिए 20000 रुपये, अचानक हुए फोन बंद
साथ ही इन्होंने ट्रेनिंग के 20000/- प्रति व्यक्ति वसूला और ट्रेनिंग के पश्चात जॉब दिलाने का वादा किया। लोगों ने प्रति व्यक्ति 20000/- जमा किया लेकिन उसके बाद अचानक से यह कंपनी संपूर्ण भारतवर्ष में बंद हो गई एवं कंपनी के जो भी हेड थे, उन सभी के फोन नंबर बंद हो गए, इस प्रकार चारों जगह मुकदमा लिखा गया। इसी तरह का मुकदमा देहरादून में लिखा गया था।
कोलकाता पुलिस भी कर चुकी है गिरफ्तार, वहां से फरार
इसी मामले की विवेचना में यह पाया गया की कोलकाता पुलिस ने अभी कोलकाता में की गई ठगी के संबंध में विप्लव मंडल एवं भुवाली बसु को गिरफ्तार किया था जो वहां से जमानत पाकर फरार चल रहे हैं। पुलिस द्वारा मैनुअल तरीके से इनके जमानती का एवं ठिकानों का पता किया। किसी तरह उक्त दोनों का छुप-छुप कर कोलकाता में रहना पता चला।
29 अगस्त को अभियुक्त विप्लव मंडल को कोलकाता से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
वहीं कोलकाता में दबिश देने के लिए दून पुलिस ने कोर्ट से ऑर्डर लिया औऱ एसएसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दून पुलिस को कोलकाता रवाना करने का आदेश दिया. गिरफ्तारी के लिए थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी और विवेचक ओमबीर चौधरी टीम के साथ कोलकाता जाने के निर्देश दिए गए। जिस पर क्लेमेंट टाउन पुलिस टीम ने 29 अगस्त को अभियुक्त विप्लव मंडल को कोलकाता से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। अभियुक्त को कोलकाता मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया एवं ट्रांजिट रिमांड लिया गया. साथ ही अभियुक्त को ट्रांजिट रिमांड पर आज देहरादून लाया गया है। आज आरोपी विप्लव मंडल को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा.
नाम पता अभियुक्त
विप्लव मंडल पुत्र मुदीप चंद्र उर्फ सुधीर चंद्र मंडल निवासी साउथ हथियारा लालू वगान, थाना न्यू टाउन कोलकाता, उम्र 34 वर्ष।
आपराधिक इतिहास
1..मु0अ0सं0- 100/16 धारा- 420/406/120 बी आईपीसी
2..110/16 धारा 420 406 120 बी आईपीसी थाना न्यू कॉन्पलेक्स कोलकाता पश्चिम बंगाल।