देहरादून- देहरादून में जहां एक और सफाई कर्मी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं तो वहीं सरकार भी अपने रवैये पर अडिग है. 8 दिन बीत जाने के बाद भी कोई हल नहीं निकल पाया है. जिसका नतीजा ये है कि जगह-जगह कूड़ा पसरा हुआ है, औऱ तो और कूड़ा सड़कों तक फैल चुका है. दुर्गंध से तो जनता का हाल बेहाल है ही साथ ही सड़क पर चलना भी दूभर हो गया है.
वहीं दूसरी ओर सफाई कर्मियों के अड़ियल रवैया के सामने प्रशासन भी सीना ठोक कर खड़ा है। जहां एक और प्रशासनिक अधिकारी इस बात पर अड़े हैं कि पहले कर्मचारी अपने कार्य पर लौटे तभी वार्ता की जाएगी.
वहीं कर्मचारियों के अध्यक्ष राजेश का कहना है कि हम लोग वार्ता करने के लिए भी तैयार हैं और 2 बार वार्ता भी हो चुकी है लेकिन प्रशासन के रवैए के चलते हम लोग मजबूर हैं। हालांकि यूनियन के अध्यक्ष का कहना है कि आज हमारी प्रशासन से वार्ता की जानी है तभी कोई अग्रिम निर्णय लिया जाएगा।
उनका कहना है कि जब सरकार उन्हें 275 रुपये की न्यूनतम मजदूरी देने के लिए तैयार नहीं है, तो वह भी हड़ताल से हटने को तैयार नहीं हैं। इधर, दोपहर को कोतवाल बीबीडी जुयाल भी धरना स्थल पर पहुंचे। हड़ताली कर्मियों को समझाने लगे, लेकिन वे नहीं माने।