देहरादून। धूम्रपान से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को सीओपीडी यानी फेफड़ों की बीमारी होती है। ये दावा किया है मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर पुनीत त्यागी ने। देहरादून में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि कैसे ये रोग लोगों को अंदर ही अंदर खोखला कर देता है। उन्होंने कहा कि ये रोग 40 साल से अधिक उम्र के लोगों को होता है जो धूम्रपान करते हैं। डॉ पुनीत की माने तो सीओपीडी के 90 प्रतिशत मरीजों में धूम्रपान का ही कारण होता है। उनका ये भी कहना है कि जो लंबे समय तक रसायनों धूल, धुएं ओर्गेनिक ईंधन के संपर्क में रहता है उनको भी यह बीमारी अपने चपेट में लेती है।