देहरादून, संवाददाता- जब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करते हैं तब राज्य का विकास होता है। देश की सुरक्षा और आर्थिक गतिविधियां केंद्र की जिम्मेदारी। राज्य में स्थायी राजनीति और स्थायी सरकार बनाना राज्य की जिम्मेदारी। बावजूद इसके पिछले पांच साल में सूबे में राजनीति स्थाई नहीं रही । यही वजह कि उत्तराखंड का विकास नहीं हो पाया।
देहारादून में विजन डॉक्यूमेंट के विमोचन के दौरान ये बात कही केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने। हालांकि जेटली ने स्थायी राजनीति की बात रखते हुए इस बात का जिक्र नहीं किया कि सबसे ज्यादा सीएम भाजपा ने ही उत्तराखंड को दिए हैं । फिर चाहे भाजपा की पहली अंतरिम सरकार रही हो या 2007 की चुनी हुई सरकार।
खैर इस मौके पर जेटली ने सूबे मे भाजपा की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि भाजपा उत्तराखंड को विकसित प्रदेश बना देगी। भाजपा के पास बेरोजगारी हटाने और पलायन रोकने का विजन है। इस मौके पर जेटली ने देश के उन मुख्यमंत्रियों को संविधान पढ़ने की नसीहत दी जो केंद्र सरकार पर सहायता न देने का आरोप लगाते हैं। जेटली ने कहा कि केंद्र से जो सहायता राज्य को मिलती है वो संवैधानिक होती है। हालांकि ये अलग बात है कि मोदी सरकार राज्यों को दस फीसदी मदद अलग से मिलती है।