भराड़ीसैंण- यूं तो बजट सत्र को 28 मार्च तक चलाने की बात हुई लेकिन दो दिन पहले ही सरकारी ताम-झाम की रस्सियां ढ़ीली कर दी गई। विपक्ष ने सरकार पर लोकायुक्त का गोलादागा तो सदन ही स्थागित हो गया। सरकार ने कांग्रेस के हंगामे को इसकी वजह बताया।
बहरहाल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए लोकायुक्त पर कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त है। सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। हर काम में पारदर्शिता बरती जा रही है। सीएम रावत ने कहा भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल में कई भ्रष्टाचारी जेल चले गए हैं और ये सिलसिला लगातार जारी है।
वहीं सीएम रावत ने कहा कि भ्रष्टाचार को इस राज कोई जगह नहीं है। सरकार ऐसा कोई काम नहीं कर रही है जिसके लिए विपक्ष को लोकायुक्त की रट लगानी पड़े। लोकायुक्त बिल सदन की सम्पत्ति बन चुका है। विपक्ष को नैतिक रूप से लोकायुक्त पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। भ्रष्टाचार मुक्त शासन चलाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। पिछले एक साल में भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्यवाही की गई है।