दिल्ली- आज( मंगलवार) सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन में मलेशिया सरकार के सीआईडीबी, मंत्री फादिला बिन योसफ, पीडब्लूडी एवं मलेशिया से आये कई सरकारी और निजी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की ।
बैठक में सीएम के साथ मलेशियन प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्य में आधारभूत संरचना और शहरी विकास के कई अहम मसलों पर बात की। बैठक के दौरान मलेशिया ने उत्तराखंड में मैट्रो और रोड़वेज जैसे परिवहन के इतंजामात पर चर्चा की और पीपीपी मोड पर अपनी दिलचस्पी दिखाई।
इस दौरान मलेशिया सरकार ने एक विशेष सरकारी परामर्श संस्था पेमान्डू(Performance Management and Delivery Unit) के तहत उत्तराखण्ड में आधारभूत संरचना के विकास संबन्धी योजनाओं में सहयोग का प्रस्ताव दिया ।
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड सरकार, पेमान्डू और मलेशिया के निजी संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित कर उत्तराखण्ड राज्य में आधारभूत संरचना के विकास की बात कही। सीएम रावत ने कहा कि इस आपसी साझेदारी को सतत क्रियाशील और सृजानात्मक बनाने की बात कही। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मलेशिया के मंत्री एवं प्रतिनिधिमण्डल को देवभूमि उत्तराखण्ड आने का न्योता दिया।
इस अहम बैठक में दोनों पक्षों के बीच एक संयुक्त कार्यकारणी समिति जेडब्लूसी(JWC)के गठन की सहमति बनी। उत्तराखण्ड शासन की ओर से इस समिति में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव एवं अन्य विभागीय अधिकारी नामित किये जायेगें। जबकि मलेशिया सरकार की ओर से सचिव, सामान्य कार्य जोहरी हाजी अकोब और दूसरे अधिकारियों को नामित किया गया।
जेडब्लूसी(JWC) की प्रथम बैठक मलेशिया में आयोजित करने पर सहमति बनी। मलेशिया के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह् भेंट किया गया। मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने मलेशिया के सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।