रूड़की-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने आज रूड़की में आयोजित भारतीय किसान मोर्चे के सम्मेलन में शिरकत की और इलाके के सैकड़ों अन्नदाताओं को सामने सरकार की अंदरूनी हालात बयान किए।
राज्य की आमदनी और खर्चों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने दो टूक कह दिया कि प्रदेश की माली हालत इतनी मजबूत नहीं है कि सरकार किसानों के कर्जों को माफ कर सके। हालांकि सीएम रावत ने कहा कि सरकार किसानों को उम्दा बीज, बढ़िया खाद और पानी के बेहतर इंतजाम कर सकती है लेकिन कर्ज माफी में कोई मदद नहीं कर सकती।
वहीं सम्मेलन के बाद मीडिया के सवालात का सामना करते हुए सीएम त्रिवेंद्र रावत ने गन्ना किसानों की समस्याओं के निदान की बात भी कही। सीएम रावत ने कहा कि खेती-किसानी में उनकी दिलचस्पी है। लिहाजा अन्नदाताओं की माली हालात मजबूत बनाने की दिशा में उनकी सरकार काम कर रही है।
सीएम ने इस दौरान गन्ने की फसल के दामों की बात भी की और भारतीय किसान यूनियन पर किसानों के पैरोकार बनने पर भी खरी-खरी सुनाई। सीएम रावत ने कहा भाकियू को किसानों से नहीं बल्कि अपनी सियासत से सरोकार है। इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र रावत ने केंद्र सरकार किसानों की आमदनी को दोगुना करने में जुटी है जबकि राज्य सरकार किसानों से किए गए हर वादे को पूरा करने में।
भारतीय किसान मोर्चे के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत सीएम त्रिवेंद्र रावत ने न केवल सरकारी खाजाने के हालात के हाल बयां किए बल्कि किसानों के पैरौकार बन कर सरकारों को दबाव में लाने वाली भाकियू पर भी निशाना साधा। साथ ही संदेश दिया कि सरकार किसानों के साथ है लेकिन दबाव की राजनीति मंजूर नहीं है।