देहरादून – सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि इतिहास में छेड़छाड़ से केंद्र सरकार बाज नहीं आई तो वे सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेंगे। देश के पीएम नरेद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए पूर्व सीएम रावत ने पीएम मोदी की ‘मन की बात’ में कहे डायलॉग ‘सांप्रदायिकता भारत छोड़ो’ के नारे पर तंज कसते हुए कहा कि पहले पीएम मोदी पहले देश के इतिहास से छेड़छाड़ बंद करवाएं। स्टेट स्पांसर लिंचिग बंद होनी चाहिए।
ये बात उन्होने देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही। हरीश रावत नें जनसंघ के नेताओं और देश के प्रमुख विचारकों को एक ही श्रेणी में रखने पर कड़ा ऐतराज जताया। पीसी में रावत ने नाथूराम गोडसे को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का हत्यारा बाताया और बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर को गोडसे के प्रति समर्पित बताया।
वहीं हरीश रावत ने जनसंघ के प्रणेता और एकात्म मानववाद के जनक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान को नगण्य बताया। हालांकि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारें पूरे देश में पं.दीनदयाल जी के नाम कई योजनाएं चला रही हैं।